16 मई के बाद क्या करेंगी सोनिया और उनकी कांग्रेस पार्टी ?
दुनिया की सबसे भ्रष्ट और निकम्मी पार्टी की मुखिया सोनिया गाँधी आजकल अपनी बौखलाहट को छुपाने मे पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है और उन्हे 24 घंटे इस बात का डर सता रहा है कि केन्द्र मे आने वाली अगली भाजपा सरकार उन्हे उनके दुष्कर्मों के लिये कैसे जेल मे चक्की पीसने को मजबूर कर सकती है ! सोनिया ने जैसे जेल मे चक्की पीस रहे लल्लू को बिहार मे अपनी सेवा करने के लिये जेल से बाहर निकाला है, शायद सोनिया को जेल से निकालने कोई भी ना आये क्योंकि लल्लू ने तो सिर्फ चारा घोटाला करके बिहार की ही दुर्दशा की थी, लेकिन "नौटंकी क्वीन" सोनिया गाँधी और उनकी पार्टी के काले कारनामे तो खुल खुलकर जनता के सामने जैसे किश्तों मे सामने आ रहे हैं, उसका सिलसिला थमने का नाम ही नही ले रहा है ! अरबों-खरबों के हज़ारों घोटाले करने के बाद अब चुनावी मौसम मे सोनिया गाँधी को अपने किये हुये अपराधों के दंड का भय सता रहा है और वह किसी ना किसी तरह से यह चाहती है कि या तो उनकी सरकार दुबारा से सत्ता मे आ जाये या फिर खंडित जनादेश के जरिये कुछ ऐसी खिचडी सरकार बन जाये जिसकी कमान उनके हाथ मे ही रहे- वैसे तो मनमोहन सरकार की असली कमान भी सोनिया के ही हाथों मे है और इस गैर संवैधानिक दुष्कर्म से भी पर्दा भी हाल ही मे आई दो किताबों के जरिये देश की जनता के सामने उठ चुका है !
सोनिया और उनकी पार्टी को अगर अभी भी यह लगता है कि उनकी पार्टी और उनके तथाकथित नेताओं को अभी भी जनता का समर्थन प्राप्त है और आने वाले चुनावों मे उनके सभी प्रत्याशियों की जमानतें जब्त नही हो जायेंगी तो उसके पीछे यही विश्वास काम कर रहा है कि किसी ना किसी तरह की नौटंकी या दुष्प्रचार इस बार भी काम कर जायेगा और कांग्रेस और सोनिया का सत्ता मे दखल बना रहेगा ! इस बार लेकिन लग ऐसा रहा है की कांग्रेस और सोनिया दोनो के पाप का घड़ा पूरी तरह ना सिर्फ भर चुका है, बल्कि अब छलकने भी लगा है और उसकी घबराहट बाकी कांग्रेस के नेताओं मे तो पहले से ही थी, सोनिया पर भी वह घबराहट अब सर चढकर बोलने और दिखने लगी है!
केजरीलाल और राहुल गाँधी को साइड मे करके सोनिया जिस तरह खुद मैदान मे कूद पड़ी है और घोर साम्प्रदायिकता की राजनीति करते हुये कभी शाही इमाम से यह अपील करवाती है की मुस्लिम मतदाता सिर्फ सोनिया महारानी की पार्टी को वोट करें या फिर उनके द्वारा किया जाने वाला यह दुष्प्रचार कि मोदीजी पी एम बन गये तो देश टुकड़े टुकड़े हो जायेगा, उनकी इसी बौखलाहट का ना सिर्फ सूचक है, बल्कि चुनाव आचार संहिता का खुल्लमखुला उल्लंघन भी है- छोटे मोटे मामलों मे चुनाव आयोग कुछ ना कुछ कार्यवाही शायद कर भी रहा है लेकिन सोनिया के खिलाफ चुनाव आयोग ठोस कार्यवाही कब करेगा और कांग्रेस पार्टी की मान्यता कब रद्द होगी, देश की जनता को अब सिर्फ उसी का इंतज़ार है-अगर चुनाव आयोग कोई कार्यवाही नही भी करता तो भी कांग्रेस और सोनिया की ऐतिहासिक हार अवश्यंभावी है और सभी कांग्रेसी 16 मई के बाद क्या करेंगे, उसके बारे मे उन्हे अभी से विचार करना आरंभ कर देना चाहिये !
Published on 17/4/2014
Comments
Post a Comment