याकूब के भक्तों का PM मोदी को खत !

प्रधानमंत्री सर,
अभी हाल ही मे पंजाब के गुरदासपुर मे पाकिस्तान से आये तीन वीर बहादुर जवानों को आपके कुछ "ठुल्लों" ने वेवजह ही मौत के घाट उतार दिया ! हमारे देश की तो "अतिथि देवो भव" की परम्परा रही है, लेकिन जबसे केन्द्र मे आपकी "साम्प्रदायिक"सरकार ने काम संभाला है, हम "सेक्युलर"लोग यह देख रहे हैं कि आपके "ठुल्ले" उस परम्परा का बिल्कुल भी निर्वाह नही कर रहे हैं और हम लोगों को पाकिस्तान मे बैठे अपने आकाओं को जबाब देना एकदम भारी पड़ता जा रहा है ! आपकी पाकिस्तान से दुश्मनी हो सकती है लेकिन हमारी तो रोजी रोटी ही पाकिस्तान के डाले हुये टुकड़ों पर निर्भर है-इसलिये हम आपसे जितना मर्ज़ी पंगा ले लें, पाकिस्तान और उनके भेजे हुये वीर बहादुर जवानों को बिल्कुल भी नाराज़ नही कर सकते !

आपके दो चार "ठुल्ले" अगर मारे भी गये तो पाकिस्तान से भेजे हुए मेहमानों को मारने की क्या जरूरत थी ? उन्हे हमेशा की तरह जिंदा भी तो पकड़ा जा सकता था-अगर जिंदा पकड़ा होता तो हम उनकी जान बचाने के लिये अपना दिन रात एक कर देते ! आपके "ठुल्लों" ने 22 साल पहले हमारे प्यारे दोस्त याकूब को भी पकड़ा था-उसका भी आपने क्या बिगाड़ लिया ? हम लोग अकेले थोड़े ही हैं-हमारे साथ एक नही प़ूरे 40 लोगों का गैंग है जो बहुत ही सुनियोजित ढंग से पाकिस्तान के इशारे पर देश के अंदर इन सभी कामों को इतनी सफाई और होशियारी से अंज़ाम देता है कि आपकी पुलिस, अदालत और कानून सब धरे के धरे रह जाते हैं-अब देखिये आपकी सरकार ने हमारे लंगोटिया यार याकूब को फांसी पर लटकाने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगा लिया लेकिन हम लोगों की चालबाज़ी के आगे आपकी एक ना चली !

यह सारी बात आपको हम इसलिये लिख रहे हैं ताकि आप अपने आप को "हीरो" समझने की गलती ना कर बैठे और देश को उसी तरह चलने दें जिस तरह से वह पिछले 60 सालों से चल रहा था ! यह भी हम लोगों का ही कमाल है कि समय समय पर हम लोगों ने "सेकुलरिज्म" के नाम पर इतनी छाती पीटी और इतना ज्यादा विधवा विलाप किया कि एक ऐसा समुदाय जो सारी दुनिया मे सिर्फ अपराध और आतंक फैलाने के लिये ही जाना जाता है, उसके सिर्फ 35 लोगों को ही हमने फांसी होने दी, जबकि अन्य शान्तिप्रिय समुदाय के 495 को लोगों को हम फांसी के फंदे तक पहुंचाने मे  कामयाब रहे ! हमे तो इस बात का भी बहुत अफसोस है कि हमारे 35 दोस्तों को भी फांसी क्यों हो गयी और हम उन्हे क्यों नही बचा पाये !


फिलहाल तो हम आपके "ठुल्लो" के गुरदासपुर मे किये गये दुष्कर्म और उसमे शहीद हुये पाकिस्तान के वीर जवानों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिये इंडिया गेट पर बाकायदा 40 मोमबत्तियाँ लेकर खड़े हुये है और इस बात की कामना कर रहे हैं कि आगे से आपके "ठुल्ले" ऐसी हरकत को हमसे पूछे बिना अंज़ाम ना दे ! हम सभी 40 लोगों ने सर्व सम्मति से एक "बैनर" का मसौदा भी तैयार किया है जिसमे लिखे संदेश को हम प़ूरे राज्य के हर गली-मुहल्ले और चौराहे पर भी लगाएंगे और रेडियो और टी वी पर भी उसका धुआंधार प्रचार करेंगे ! इस पर जो खर्चा आयेगा उसे हम जनता से पहले की तरह लूटते रहेंगे और उस पर भी आपको कोई ऐतराज नही होना चाहिये! बाद मे आप कोई अडचन नही लगाएँ इसलिये उस "बैनर" का मसौदा हम आपकी जानकारी के लिये अभी से भिजवा रहे है जो कुछ इस तरह से है :
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प्रधानमंत्री सर,
प्लीज़ ! पाकिस्तान की "सेक्युलर" सरकार को अपना काम करने दीज़िए !
उनके भेजे हुये आतंकवादी हमारी छत्रछाया मे बिल्कुल ठीक काम कर रहे हैं !
                        जंगल राज सरकार
                          जंगल प्रदेश


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Published on 29/7/2015

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