"मोदी का रास्ता रोको" अभियान !

भ्रष्ट कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली मे 49 दिनों तक गठबंधन सरकार चलाने मे पूरी तरह से नाकाम होने के बाद   केजरीवाल जी आजकल मीडिया पर बुरी तरह बरस रहे है ! जिस मीडिया ने उन्हे एक सड़कछाप आन्दोलनकारी से उठाकर मुख्य मंत्री की कुर्सी तक पहुँचाया, वही मीडिया आज उन्हे बिका हुआ लगने लगा है ! उनकी इस अपराधिक सोच का समर्थन उनके आका यानि कि हमारे गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे भी करते नज़र आ रहे है जो मीडिया को धमकाते हुये उसकी आई बी से जांच कराकर उसे कुचलने की बात कहते है !

दरअसल 1975 मे एमर्जेन्सी की आग मे देश को झोंकने वाली कांग्रेस अपनी बौखलाहट के जुनून मे किसी भी हद तक जा सकती है ! अपने राजनीतिक विरोधियों को नीचा दिखाने के लिये कांग्रेस कुछ भी कर सकती है यह तो शिन्दे के बयान से साफ हो ही चुका है- पहले भी कांग्रेस के इशारे पर एक तथाकथित पत्रिका "तहलका" के संपादक तरुण तेजपाल के जरिये  भाजपा पर हमला साधने की नाकाम कोशिस की गयी थी ! तरुण तेजपाल महोदय कांग्रेस पार्टी के इशारों पर नाच नाचकर लगातार दुष्कर्म करते रहे और अपने सभी दुष्कर्मों को उन्होने "तहलका" का नाम दे दिया ! अपने आखिरी दुष्कर्म मे तेजपाल महाराज रंगे हाथों पकड़े गये और फिलहाल गोआ की जेल मे चक्की पीस रहे हैं.

भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुये उसे रोकने के लिये पहले कांग्रेस ने तेजपाल का इस्तेमाल किया और जब जब कांग्रेस को लगा कि उसका अंतिम समय निकट आ गया है और मोदी और भाजपा की लोकप्रियता दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है तो यह पार्टी केजरीवाल महाराज को लेकर मैदान मे आ गयी- यह बात किसी को मालूम भी नही पड़ती लेकिन दिल्ली मे सरकार बनाते समय इनकी पोल खुल कर सामने आ गयी ! कांग्रेस ने बड़ी शान से अपनी गठबंधन सरकार बनाकर दिल्ली मे 49 दिन तक मौज ली और जब लगा कि केजरीवाल महाराज अगर दिल्ली मे ही फंसे रहे तो बाकी देश मे मोदी की लहर को कैसे रोक पायेंगे ! लिहाज़ा किसी  ना किसी बहाने से दिल्ली की नौटंकी का पटाक्षेप करके केजरीवाल जी का रास्ता साफ कर दिया -" जाओ जहां तक जा सकते हो और मोदी और भाजपा का रास्ता रोको !"


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मणि शंकर सी एन एन आइ बी एन को दिये गये एक इंटरव्यू मे यह बात खुद ही कबूल चुके है कि उन्हे उम्मीद है कि मोदी का रास्ता रोकने मे आम आदमी पार्टी देश भर मे दिल्ली की तर्ज़ पर कामयाब रहेगी ! लेकिन उनकी तरफ से अगर यह कबूल नामा नही भी आता तो यह बात तो जग जाहिर ही है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, दोनो का एक ही मकसद है और इस मकसद को हासिल करने के लिये दोनो ही पार्टियाँ एक दूसरे का भरपूर सहयोग कर रही हैं.


जो लोग आज केजरीवाल के समर्थक हैं,कमोबेश यही लोग तेजपाल के भी समर्थक थे और उसके हर जायज़ नाज़ायज़ खुलासे पर तालियाँ पीटा करते थे ! यह बाद मे मालूम पड़ा कि तेजपाल खुलासे कम "नौटंकी" ज्यादा कर रहा था और जब उसका अपना खुलासा हुआ तो सबसे पहले उसके मुंह से यही आवाज़ आई-"यह सब भाजपा की साज़िश है !" यानि कि मोदी या भाजपा ने उससे कहा था कि तेजपाल जी जाओ और अपनी महिला सहकर्मी के साथ दुष्कर्म करो ! केजरीवाल जी भी कांग्रेस का सारा विरोध भूलकर आजकल सिर्फ भाजपा और मोदी को निशाने पर लिये हुये है- बाकी के राजनीतिक दलों की आलोचना भी केजरीवाल जी इसलिये नही करते क्योंकि वह सभी राजनीतिक दल संख्याबल पूरा ना होने पर कांग्रेस सरकार की कभी अंदर से तो कभी बाहर से मदद करते है ! कांग्रेस के खिलाफ तो केजरीवाल जी कभी कभार शर्मा शर्मी कुछ थोड़ा बहुत बोलकर अपनी औपचारिकता पूरी करने का नाटक भी बड़ी मुश्किल से कर पा रहे हैं.

केजरीवाल जी को तेजपाल बनने मे कितनी सफलता मिलेगी और कब मिलेगी और वह मोदी का कब,कितना और कैसे रास्ता रोके पायेंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा !
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Published on 26/2/2014

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