नरेन्द्र मोदी के नाम खुला खत !

आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी,

इस समय पूरे देश मे भाजपा की और खुद आपकी जबरदस्त लहर चल रही है- इसमे कोई दो राय नही है ! आपका प्रधानमंत्री बनना भी पूरी तरह तय है. लल्लू,नीतीश,ममता,माया,मुलायम, राहुल,सोनिया और केजरीवाल जैसे लोगों के बस की यह बात नही है कि आपको प्रधानमंत्री बनने से रोक सके ! लेकिन आपकी अपनी ही पार्टी द्वारा किये गये कुछ बेहद गलत फैसले आपके इस प्रधानमंत्री बनने की हकीकत को कभी ना पूरा होने वाले सपने मे तब्दील कर सकते है.

अभी हाल ही मे बिहार मे पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ किया गया गठबंधन और तमिलनाडु मे डी एम के के करुणानिधि से बढ़ती नज़दीकियाँ निश्चित रूप से ऐसे गलत कदम हैं, जो भाजपा के अच्छे खासे चलते हुये विजय रथ को रोकने के लिये पर्याप्त हैं. ऐसी नरपिशाची शक्तियाँ जिनका भाजपा को हर हाल मे विरोध करना चाहिये, उन्ही के साथ गठबंधन करने का मतलब यही होगा कि जितनी सीटों पर इन पार्टियों के लोग खड़े होंगे, उतनी सीटे तो सीधे सीधे अपने 273 की संख्या मे से घटाकर चलना ही ठीक होगा ,क्योंकि जहां जहां भी इन लोगों के गुंडे,डाकू,बलात्कारी,हत्यारे,देशद्रोही और भ्रष्ट उम्मीदवार खड़े होंगे, उन सबकी जमानत जब्त होनी लगभग तय है ! अगर भाजपा इन्ही सीटों पर अपने साफ सुथरी छवि वाले उम्मीदवार खड़े करे, तभी यह संभव होगा कि वह सीटें भाजपा के खाते मे जुड़ पाएँ और 273 का आंकड़ा पूरा हो सके !

इस बात को बिल्कुल भी हल्के मे लेने की जरूरत नही है-समय बदल चुका है और लोग अब इस बात के लिये शायद बिल्कुल भी तैयार नही हैं कि खराब छवि वाले गुंडे,डाकू,बलात्कारी,हत्यारे और पूरी तरह से भ्रष्ट लोग संसद मे पहुंचकर 125 करोड़ लोगों के ऊपर राज करें !

आप अपनी पार्टी मे तो यह सुनिश्चित कर सकते है कि साफ सुथरी छवि के ऐसे उम्मीदवार खड़े किये जाएं जिनके ऊपर इस तरह के संगीन आरोप ना हों, लेकिन अगर इस बात की उम्मीद पासवान और करुणानिधि से करेंगे तो यह असंभव कार्य होगा क्योंकि इन जैसी पार्टियों मे तो सिर्फ और सिर्फ इसी तरह के उम्मीदवार उपलब्ध हैं !

इस बार टक्कर कांटे की होगी और 273 का संख्याबल पूरा करने के लिये लोकसभा की एक एक सीट की मारामारी होगी ! ऐसी स्थिति मे जानबूझकर ऐसी पार्टियों से गठबंधन अपने पैरों मे खुद कुल्हाड़ी मारने जैसा ही है !

इन पार्टियों से अगर गठबंधन जारी रहता है तो उसके दो बड़े नुकसान होंगे-पहला तो यही कि जितनी सीटों पर यह लोग लडेंगे, जमानत जब्त कराकर हारेंगे और 273 के संख्याबल मे सीधा सीधा नुकसान पहुंचाएंगे ! दूसरा अपरोक्ष नुकसान यह होगा कि अगर इन जन विरोधी और देश विरोधी शक्तियों के साथ गठबंधन कर लिया तो उसका असर भाजपा के बाकी उम्मीदवारों की सीटों पर भी पड सकता है- आप खुद भी सहमत होंगे कि यह असर अच्छा तो होगा नही !

यह देश तो आपको प्रधान मंत्री बनाने के लिये तैयार है,अब यह आपको तय करना है कि आपकी उसके लिये कितनी तैयारी है और इन नरपिशाची शक्तियों को आप भाजपा से कितना दूर रख पाते हैं ! ऐसे लोगों के साथ गठबंधन के बाबजूद अगर आप प्रधान मंत्री बन गये तो यह किसी चमत्कार से कम नही होगा !
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rajeevg@hotmail.com
Published on 4/3/2014

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