बौखलाये हुये चूहे "पिकनिक" और "हनीमून" नही मनाते !!!
भारतीय "सेक्युलर" राजनीति मे हमारे जैसे बौखलाये हुये चूहों का अपना अलग ही स्थान है ! जब से देश आज़ाद हुआ है, ज्यादातर समय हम लोगों ने देशवासियों को कभी धर्म के नाम पर- कभी जाति के नाम पर, खूब बांटा है और किसी ना किसी तरह सत्ता को हासिल करके इस देश को खूब लूटा है ! जब जब हमारी लूट पकड़ी जाती है, हम लोग अपने "सेकुलरिज्म" की चिर -परिचित बीन बजानी शुरु कर देते हैं और जनता को दिग्भ्रमित करके जैसे तैसे सत्ता पर फिर क़ाबिज़ हो जाते हैं ! देशभक्त और राष्ट्रवादी लोग हमारी लूट के रास्ते मे सबसे बड़ा रोड़ा हैं -इसलिये वे लोग सदा ही हमारे निशाने पर रहते है ! हमारी पूरी कोशिश यही रहती है कि हमारे एक भी देशद्रोही,अलगाववादी या आतंकवादी साथी को गलती से भी सज़ा ना हो जाये और कोई देशभक्त अपनी छोटी से छोटी गलती के लिये भी ऐसी सज़ा पाये कि वह आगे से हमसे टक्कर लेने की जुर्रत ना कर सके !
अभी हाल ही मे हमने अपने 67 देशद्रोही साथी,जो एक यूनिवर्सिटी मे "पाकिस्तान ज़िदाबाद" के नारे लगा रहे थे, और गलती से पुलिस ने उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज़ कर दिया था,हम लोगों ने आनन फानन मे उनके ऊपर से वह देशद्रोह का मुकदमा वापस कराया ! हमारी सख्त हिदायत के बाबजूद पुलिस से भी गलती हो जाती है और वह कभी कभी हमारे देशद्रोही साथियों पर केस दर्ज़ कर देती है ! हम लोगों को बस इस बात का बड़ा मलाल रहता है कि हमारी लाख कोशिशों के बाबजूद कोई देशभक्त हमारे चंगुल मे नही फँसता ताकि हम उसे मज़ा चखा सकें ! लेकिन भला हो चुनाव आचार संहिता का- उसके बहाने हमने ऐसी ऐसी गलतियों के लिये देशभक्तों के ऊपर मुकदमे दर्ज़ कर दिये, कि हमे खुद भी सोच सोचकर शर्म आ रही है !
एक देशभक्त ने तो अपनी "नापाक" जुबान से "पिकनिक" और "हनीमून" जैसे शब्दों का उच्चारण कर दिया-हम लोगों को भला यह बात कैसे मंज़ूर होती कि कोई देसी आदमी इन अंग्रेज़ी के भारी भरकम शब्दों का प्रयोग करे -हमारा बस चले तो इन शब्दों के प्रयोग पर सार्वजनिक प्रतिबंध लगवा दें और अंग्रेज़ी के शब्दकोश से भी इन शब्दों को हटवा दें ! सो हमने आनन फानन मे इस देशभक्त योग गुरु पर ना सिर्फ मुकदमा दर्ज़ करवा दिया, बल्कि उसे दो राज्यों मे जाने से भी वंचित कर दिया-आखिर सत्ता हमारे पास है तो उसका दुरुपयोग करना तो हमारा अधिकार बन ही जाता है ! हालांकि यह सब कायदे कानून हम लोगों पर लागू नही होते है क्योंकि हम तो यह कहते है कि "सारे के सारे देशभक्त समुन्दर मे डूब कर अपनी जान दे दें" ताकि हम लोग अपने देशद्रोही,अलगाववादी और आतंकवादी साथियों के साथ मिलकर इस देश पर एकछत्र राज्य कर सकें !
हालांकि उस देशभक्त योगगुरु ने हम लोगों से अपनी गलती के लिये माफी भी मांग ली, पर हम चंगुल मे फंसे देशभक्त को ऐसे आसानी से थोड़े छोड़ने वाले है-इस बाबाजी ने तो पिछले 2-3 सालों से हम लोगों की यह कहकर नींद उड़ा रखी थी कि हम लोग देश से लूटा हुआ काला धन जो हमने विदेशों मे जमा कर रखा है उसे वापस लायें ! बस हमे मौका मिल गया और हमने उसे "पिकनिक" और"हनीमून" जैसे विदेशी शब्दों के बोलने पर घेर लिया ! हम लोग "पिकनिक" और"हनीमून" मे यकीन ही नही रखते है- हमारा यकीन है कि बलात्कार करो और उसे "लड़कों से हो जाने वाली छोटी- मोटी गलती " कहकर रफा दफा कर दो ! क्योंकि सरकार और पुलिस हमारी है इसलिये "समुन्दर मे डूब कर सारे देशभक्त मर जाएं" और "बलात्कार लड़कों से हो जाने वाली एक छोटी-मोटी गलती है" जैसे बयान देने वालों पर कोई मुकदमा दर्ज़ नही हो सकता लेकिन हम बौखलाये हुये चूहे "पिकनिक" और "हनीमून" बोलने पर मुकदमा दर्ज़ करवा सकते हैं !
"कश्मीर भारत का अंग नही होगा" जैसा देशद्रोही वक्तव्य देने वाले हम बौखलाये हुये चूहे, हालांकि, यह भी अच्छी तरह जानते हैं कि अगर यही हरकतें जो हम भारत मे रहकर "सेकुलरिज्म" के नाम पर कर रहे हैं, किसी और देश मे करते तो अब तक हम लोगों को सरे आम कोड़े मार- मार कर फांसी पर लटका दिया गया होता,लेकिन यहाँ तो अपनी पूरी मौज है-देश की सत्ता मे ना सिर्फ हमने केन्द्रीय मंत्री का ओहदा जबरन हथियाया हुआ है, देश के एक राज्य की सत्ता पर भी अपने सुपुत्र को क़ाबिज़ करा रखा है ! और तो और, यहा हम 1 लाख रुपये से 300 करोड़ भी आनन फानन मे बनाने के लिये आज़ाद हैं- आज़ादी तो हम जैसे लोगों के लिये मिली थी इस देश को !!!
Published on 30/4/2014
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