मोदी के हाथों बिका हुआ है सारा मीडिया ?

जब से मीडिया ने केजरीवाल जी और उनकी ईमानदार पार्टी की 24 घंटे की जाने वाली आरती का प्रकाशन -प्रसारण कुछ कम किया है,केजरीवाल जी  मीडिया से खासे नाराज़ चल रहे हैं ! उनका यह भी कहना कि सारा का सारा मीडिया मोदी और भाजपा के हाथों बिका हुआ है ! केजरीवाल जी सिर्फ यही पर नही रुके और मीडिया को बाकायदा धमकाते हुये उन्होने यह भी कह दिया कि अगर मीडिया इसी तरह मोदी और भाजपा के हाथों बिकता रहा तो उसको जेल भेज दिया जायेगा !

केजरीवाल जी की बात मे कुछ ना कुछ तो दम है क्योंकि उसका सुबूत तो केजरीवाल जी के यू ट्यूब पर लीक हुये वीडियो से ही मिल जाता है जहां पर पूरी दुनिया यह देख सकती है कि दरअसल मीडिया को कौन खरीद रहा है और कौन बेच रहा है ! इस यू ट्यूब के वीडियो मे दरअसल केजरीवाल जी अपने इंटरव्यू की सैटिंग थोड़े ही कर रहे थे-वे बेचारे तो नरेन्द्र मोदी और भाजपा के किसी इंटरव्यू की सैटिंग करते हुये रंगे हाथों पकड़े गये थे-इसलिये उनका यह कहना बिल्कुल सही है कि सारा मीडिया मोदी और भाजपा के हाथों बिका हुआ है और केजरीवाल जी प्रधानमंत्री बने या ना बने, उसे जेल तो भेज ही देंगे-आखिर शीला दीक्षित को भी तो उन्होने किस खूबसूरती के साथ जेल भिजवा कर ही दम लिया-लिहाज़ा उनकी बात का हर आम और खास को पूरा विश्वास करना ही चाहिये !

पिछले लगभग दस सालों से जो मीडिया मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार मे लगा हुआ था वह भी मेरे ख्याल से मोदी या भाजपा की अपनी ही कोई चाल रही होगी और मोदी या भाजपा ने ही मीडिया को खरीदकर कहा होगा कि तुम लोग 24 घंटे गुजरात दंगों के लिये वेवजह ही मोदी और भाजपा को कोसते रहो चाहें वह मामला अदालत मे चल रहा हो और अदालतें बार बार मोदी को क्लीन चिट भी दे रही हों-लेकिन यह मामला मीडिया की नज़र से नही हटना चाहिये और मोदी के खिलाफ यह दुष्प्रचार हर हाल मे जारी रहना चाहिये !

दुष्प्रचार भी तो एक तरह का प्रचार ही है और मीडिया के तो बराबर पैसे लगते है चाहे प्रचार. किया जाये या दुष्प्रचार किया जाये-लिहाज़ा मीडिया को तो बिकना ही है-मीडिया सिर्फ एक ही सूरत मे बिका हुआ नही माना जायेगा-वह स्थिति तब होगी जब सारा का सारा मीडिया 24 घंटे केजरीवाल जी और उनकी आम आदमी पार्टी के गुणगान करता रहे और उनके सारे दुष्कर्मों की अनदेखी करके उन पर पर्दा डालता रहे-अगर मीडिया ऐसा करता है तो वह आराम से चैन की सांस लेता हुआ अपना "केजरीवाल गुणगान" जारी रख सकता है और फिर शायद उसे जेल जाने की भी जरूरत ना पड़े

मीडिया के एक सज्जन तो केजरीवाल के हस्तक्षेप के  बिना ही गोआ की जेल मे चक्की पीसने को मजबूर हैं-अगर इन्हे जेल ना हुई होती तो औरों की तरह इन्हे भी आम आदमी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने का सुअवसर प्राप्त हो जाता ! इनकी पूरी कोशिश है कि लालू की तरह यह भी जेल से बाहर निकलने मे कामयाब हो जाएं और केजरीवाल जी की अनुकंपा जैसे बाकी के मीडिया वालों पर हुई है, शायद इन पर भी हो जाये!

केजरीवाल जी के मीडिया मे जो मित्र ब्लॉग और लेख लिखने वाले हैं, केजरीवाल जी की हाल की करतूतों और दुष्कर्मों से शरमाकर कुछ देर के लिये ओझल हो गये थे, वे सब दुबारा से अवतरित हो गये है और केजरी गुणगान की जगह केजरीवाल जी के ही अंदाज़ मे मोदी को लताड़ने का काम शुरु कर दिया है ! कोई मोदी को मूर्ख और झूठा बता रहा है तो कोई मोदी को डरपोक बताकर अपना जीवन धन्य किये जा रहा है !
**********************************************************
rajeevg@hotmail.com
Published on 15/3/2014

Comments

Popular posts from this blog

गिरते शेयर बाजार से ऐसे कमाएं मुनाफा

क्या 2018 के आम बजट में मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है ?

7 reasons why Budget-2018 is a masterstroke by Narendra Modi