मोदी हराओ-कांग्रेस बचाओ !

"केजरीलाल कांग्रेस पार्टी "की नौटंकी थमने का नाम ही नही ले रही है ! कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर बनाई गयी उनकी पार्टी अब "मोदी हराओ-कांग्रेस बचाओ" के नारे लगाने लगी है-कांग्रेस भी तो यही चाहती है ! पिछले कुछ दिनो के चुनावी भाषण अगर सुने तो यह मालूम ही नही पड़ेगा कि बोलने वाला केजरीलाल है या राहुल गाँधी क्योंकि अब दोनो के मुद्दे एक ही हो गये है ! ऊपर से इन लोगों ने इस नौटंकी को रचाने की भरपूर कोशिस की कि यह दो अलग अलग राजनीतिक पार्टियाँ लगें, लेकिन इनकी पोल पट्टी जल्दी ही खुल कर जनता के सामने आ गयी ! कांग्रेस सरकार ने पिछले 60 सालों मे और खासकर पिछले 10 सालों मे जिस तरह से अरबों खरबों के भ्रष्टाचार और घोटाले किये है, उससे कांग्रेसियों को यह पूरी तरह अंदेशा हो गया था कि भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ा मुददा इन चुनावों मे बनने वाला है ! लोगों को बेबकूफ बनाकर ,कभी देश को धर्म के नाम पर कभी जाति के नाम पर बांटकर सत्ता मे बने रहने का कांग्रेस के पास बहुत लम्बा अनुभव है ! इनके सलाहकारों की नींद उड़ी हुई थी कि जिस तरह से हम लोगों ने घोटाले किये है उनके चलते कांग्रेसियों को अपनी जमानत बचानी भी मुश्किल पड जायेगी ! भ्रष्टाचार , कुशासन और मंहगाई से बेहद परेशान लोग सत्ता विरोधी लहर मे भाजपा को ही चुनेंगे यह तो इन कांग्रेसियों को अच्छी तरह मालूम था !

सत्ता विरोधी लहर भ्रष्टाचार के खिलाफ बन चुकी है, इस बात से सभी कांग्रेसी अच्छी तरह वाकिफ थे- यह भी इन लोगों को मालूम था कि देश मे दूसरी बड़ी राष्‍ट्रीय पार्टी भाजपा को इसका सबसे अधिक फायदा मिलेगा और भाजपा की सरकार बनने से कोई नही रोक पायेगा ! लेकिन रोकने की कोशिस भी अगर नही की तो फिर इन्हे कांग्रेसी कौन कहेगा? अब इन्हे सिर्फ इतना इंतज़ाम करना था कि भ्रष्टाचार के नाम पर जो सत्ता विरोधी लहर बनी है, उसकी वजह से जो वोट पड़े, वे भाजपा की जगह किसी और पार्टी को मिल जाएं- लेकिन भाजपा को छोड़कर और पार्टियाँ तो पहले ही भ्रष्टाचार मे फसी हुई थी और कांग्रेस उन्हे सी बी आई का डंडा दिखा दिखाकर अपनी अल्पमत सरकार के लिये समर्थन जुटा रही थी ! सो फैसला यह किया गया कि किसी नयी नवेली राजनीतिक पार्टी का चुनाव आयोग मे फटाफट पंजीकरण कराया जाये और वह पार्टी अपनी राजनीतिक शुरुआत भ्रष्टाचार के मुददे से ही करे ताकि कांग्रेस के खिलाफ जो लहर भ्रष्टाचार की वजह से बनी है, उसका फायदा भाजपा के साथ साथ उस पार्टी को भी मिल सकेऔर सत्ता विरोधी वोट बंट जाएं और कुल मिलाकर सूरते हाल ऐसे बन जाये जिसमे या तो जोड़ तोड करके कांग्रेस फिर तीसरी बार सत्ता मे आ जाये और जनता को लूटना शुरु कर दे या फिर देश मे दिल्ली विधानसभा जैसी हालत बना दी जाये ताकि फिर से चुनाव हों और फिर कांग्रेस को जोड़ तोड करने का कुछ मौका मिल जाये !



अपने केजरीलाल महाराज को तो इस तरह के पाखंड मे और दूसरों पर बेबुनियाद आरोप लगाने मे बड़ी महारत हासिल है सो इन्होने "उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे" की तर्ज़ पर "कांग्रेस" की वजाय भाजपा और मोदी पर ही निशाना साधना शुरु कर दिया-क्योंकि मोदी के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार का मामला इन पाखण्डीलाल को ढूंढने से भी नही मिल रहा तो इन्होंने अपने बेसुरे राग मे "मोदी हराओ -कांग्रेस बचाओ" का नारा लगाना शुरु कर दिया क्योंकि इन्हे खुद तो सरकार बनानी नही है-इन्हे इस बात का ठेका मिला हुआ है कि सत्ता विरोधी लहर मे से वोटो का जितना भी प्रतिशत तुम्हारी पार्टी काटकर भाजपा के खाते मे जाने से बचा पायेगी-वही तुम्हारी सफलता का पैमाना होगा और तुम्हारी आगे की तरक्की उसी को देखकर की जायेगी ! अब इस ठेकेदारी के काम मे हमारे केजरीलाल महाराज कितने कामयाब होंगे यह तो 16 माई को ही मालूम पड पायेगा !
Published on 21/4/2014

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