किसके इशारों पर नाच रहा है उमर अब्दुल्ला ?
अभी हाल ही मे भाजपा के गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ ने देश की संसद मे एक बहस का जबाब देते हुये यह कड़वी सच्चाई बयान की थी कि "सेकुलरिज्म" का पाखंड करने वाले लोग दरअसल दुश्मन और आतंकवादी देश पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे है ! "सेकुलरिज्म" का पाखंड करने वाले नरपिशाचों ने और उनकी सह पर काम कर रहे मीडिया के एक वर्ग ने योगी आदित्यनाथ के इस देशभक्ति पूर्ण बयान की सच्चाई से बौखलाकर अपने चिर परिचित पुराने अंदाज़ मे खूब छाती पीटी थी !
अभी 28 अगस्त को जम्मू कश्मीर मे चल रही नैशनल कान्फ़्रेंस और कांग्रेस की मिली जुली सरकार ने एक प्रस्ताव किया है जिसमे भारत सरकार से यह आग्रह किया गया है कि वह दुश्मन और आतंकवादी देश पाकिस्तान से फिर से बातचीत शुरु करे ! इस प्रस्ताव ने ना सिर्फ योगी आदित्यनाथ के सभी आरोपों की पुष्टि कर दी है-यह बात भी साबित हो जाती है कि जम्मू कश्मीर की सरकार इस समय कुछ देशद्रोहियों के हाथ मे है और जो लोग भी इस तरह के प्रस्ताव को पास करने के लिये जिम्मेवार हैं उन पर तुरंत देशद्रोह का मुकदमा चलाकर उन्हे फांसी पर लटकाने की तैयारी करनी चाहिये !
हैरानी की बात यह है कि इस देशद्रोह की नरपिशाची घटना की मीडिया मे कोई खास चर्चा नही हो रही है-इसकी वजह यही हो सकती है कि मीडिया का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसे देशद्रोहियों (जो अपने आपको पिछले 67 सालों से सेक्युलर कहते आये हैं) के हाथों मे खेल रहा है-"सेकुलरिज्म का पाखंड" करने वाले किसी भी नरपिशाच ने अभी तक जम्मू कश्मीर मे देशद्रोही प्रस्ताव पारित करने वाले "सेक्युलर" लोगों के लिये फांसी की सज़ा की मांग तो दूर, निन्दा तक नही की है ! यह नरपिशाच आखिर कर क्या रहे हैं ? देशद्रोह की घटना की निन्दा करने के वजाये यह लोग मोदी सरकार की निन्दा करने मे लगे हुये है और कुछ छूट पुट जगहों पर विधान सभा के उप चुनावों मे एक आध जगह गलती से जीतने की खुशी से फूले नही समा रहे है-उसी खुशी मे यह लोग इतने उतावले हो गये कि जम्मू कश्मीर विधान सभा मे इन्होने एक असंवैधनिक और देशद्रोही प्रस्ताव पास कर दिया और ना सिर्फ अपनी असलियत जनता के सामने जाहिर कर दी, योगी आदित्यनाथ के सभी आरोपों की सच्चाई पर अपनी मोहर भी लगा दी ! अब समय आ गया है कि देश की अदालतें देशद्रोह की इन घटनाओं का खुद ही संज्ञान लें और इन नरपिशाचों को गिन गिन कर फांसी पर लटकाएँ !
Published on 29/8/2014
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