जहाँ याकूब गया-व़हाँ बाकी 40 कब जायेंगे ?
मुम्बई बम धमाकों मे 257 निर्दोष नागरिकों की हत्या के लिये जिम्मेदार आतंकवादी याकूब मेमन के समर्थन मे अपनी आदत से मजबूर कुछ तथाकथित "सेक्युलर" लोग एक बार फिर से यह साबित करने सामने आ गये हैं कि दरअसल इनके "सेकुलरिज्म" और देशद्रोह मे कोई भी फर्क नही है ! महामहिम राष्ट्रपति को भेजे गये एक पत्र मे इन 40 देशद्रोहियों ने आतंकवादी याकूब मेमन की फांसी पर रोक लगाये जाने की मांग कर डाली है और इसके साथ ही यह साबित कर दिया है कि यह सब के सब लोग अव्वल दर्ज़े के देशद्रोही हैं और अगर याकूब मेमन से पहले इन 40 लोगों को फांसी पर लटका दिया जाये तो देश मे आगे से किसी की हिम्मत नही पड़ेगी कि वह खुलकर आतंकवादियों और देशद्रोहियों के समर्थन मे आकर ना सिर्फ सुप्रीम कोर्ट वरन महामहिम राष्ट्रपति जी की भी अवमानना करने की जुर्रत कर सके !
देशद्रोहियों और आतंकवादियों के तलवे चाटने वाले इन लोगों को सरे आम फांसी पर लटकाये जाने से पहले इनसे इस बात की भी पूछताछ होनी चाहिये कि आखिर वे कौन सी ताकतें हैं जिनके इशारे पर यह लोग आतंकवादियों के तलवे चाटने और उनके समर्थन मे उतरने के लिये मजबूर हुये हैं -अगर किसी भी वजह से देशद्रोही आतंकवादी याकूब मेमन की फांसी अब रुक जाती है तो भी इन 40 लोगों को मुम्बई बम धमाकों का अपराधी मानकर इन्हे फांसी पर लटकाये जाने की सख्त जरूरत है !
याकूब मेमन की फांसी पर सुप्रीम कोर्ट के साथ साथ खुद राष्ट्रपति भी मुहर लगा चुके हैं-इसके वावजूद इन 40 लोगों का उस देशद्रोही आतंकवादी के समर्थन मे उतरना किस बात की तरफ संकेत करता है-यह बात किसी से छिपी नही है ! सुप्रीम कोर्ट को खुद ही इस सारे मामले का संज्ञान लेते हुये इन 40 लोगों को फांसी की सज़ा सुना देनी चाहिये ताकि देश मे मौजूद देश के दुश्मनो को सबक मिल सके ! देश को इतना खतरा किसी पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश से नही है जितना खतरा देश के अंदर ही मौजूद इन देशद्रोहियों से है !
देश के साथ की गयी इन 40 लोगों की गद्दारी से उत्साहित होकर अभी अभी आतंकवादियों ने पंजाब के गुरदासपुर मे एक थाने पर हमला करके काफी निर्दोष लोगों को मार गिराया है-निश्चित रूप से इस हमले के लिये भी यही 40 लोग जिम्मेदार हैं क्योंकि अब आतंकवादियों के मन से कानून का डर पूरी तरह खत्म हो चुका है.
Published on 26/7/2015
Comments
Post a Comment